दरवाजे तेरे खाेल खाेल रे
Post by: arihant in Shri Parshwanath Stavan
पास जीणंदा माता वामाजीके नंदा,
तुम पर वारी जाउं खाेल खाेल रे
हांरे दरवाजे तेरे खाेल खाेल रे.
हम दरसन आये ताेल ताेल रे…दरवाजे.. ..१
पूजा करूंगा में ताे धूप धरूंगारे,
फूल चढाउंगा बहु माेल माेल रे…दरवाजे.. ..२
तुं मेरा ठाकर में तेरा चाकर,
अेक वार माेसुं बाेल बाेल रे…दरवाजे.. ..३
सुरत मंडन सुंदर मूरत,
मुखडु ते झाकम झाेल झाेल रे…दरवाजे.. ..४
रूप विबुधनाे माेहन पभणे,
रंग लाग्याे चित्त चाेल चाेल रे…दरवाजे.. ..५
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