राधा जेवा फूलडां ने…

(राग : अाँख मारी उघडे.../यह है पावनभूमि.../मेरा जीवन कोरा कागज...) राधा जेवा फूलडां ने, शामल जेवो रंग; अाज तारी अांगीनो…

ये अखियाँ दरिशन की है प्यासी…

(राग : तुम दरीशन भले पायो.../मैं तुलसी तेरे अांगन की...) ये अखियाँ दरिशन की है प्यासी, ये अखियाँ0 प्यास बुझावो...…

मोहन! मुजरो लेजो राज…

(राग : मारो मुजरो ल्यो.../वीरजिणंद जगत उपकारी...) मोहन! मुजरो लेजो राज! तुम सेवामां रहेशुं, तुम भक्ति अमे करशुं! वामानंदन जगदानंदन,…

मेरे हो चिंतामणि प्रभु…

(राग : धूणी रे धखावी.../क्युं न हो सुनाई स्वामी.../तुं प्रभु मारो...) मेरे हो चिंतामणि प्रभु, पासजी का काम है...! जलधि…

मेरे साहिब पासजी हो…

(राग : मेरे साहिब तुम हि हो.../जनम जनम का साथ है...) मेरे साहिब पासजी हो, प्रभु वामानंदा; खीजमतगार गरीब हुं,…

मेरे साहिब तुमही हो…

(राग : मुज सरीखा मेवासीने.../जनम जनम का साथ है...) मेरे साहिब तुमही हो, प्रभु पास जिणंदा; खिजमतगार गरीब हूँ, मैं…

मुज सरीखा मेवासी ने..

(राग : सुहानी चांदनी रातें.../मेरे साहिब तुम ही हो.../ते दिन क्यारे...) मुज सरीखा मेवासीने, प्रभु जो तुं तारे; तारक तो…

मुख खोल जरा…

(राग : भैरवी.../गजल.../मारा व्हाला प्रभु! क्यारे मलशो तमे...) मुख खोल जरा, यह कह दे खरा, तुं अोर नहीं, मैं अोर…

माता वामादे बोलावे…

(राग : हालरडुं-हालो हालो हालो हालो मारा नंदने रे...) माता वामादे बोलावे, जमवा पार्श्वने रे, जमवा वेला थई छे, रमवाने…

भवजल पार उतार…

(राग : याद अावे मोरी मां...) भवजल पार उतार (2) श्री शंखेश्वर पार्श्व जिनेश्वर, मारो तुं एक अाधार...मारो तुं एक…