प्राण थकी प्यारो मने…

(राग : बंधन... बंधन झंखे मारुं.../भक्ति की है रात.../सावन का महिना...) प्राण थकी प्यारो मने, पुरिसादाणी पास रे; अाव्यो तुज…

प्रभु जगजीवन जगबंधु रे…

(राग : तारी मुद्राए मन मोह्युं रे.../सुणजो साजन संत...) प्रभु जगजीवन जगबंधु रे, सांई सयाणो रे...! तारी मुद्राए मन मोह्युं…

प्रबल प्रभावे परगडो रे…

(राग : सकल समता सुरलतानो.../रंगरसिया रंगरस बन्यो मनमोहजी...) प्रबल प्रभावे परगडो रे, पुरिसादाणी पास... भवियण! वंदो, कामगवी सुरमणी परे रे,…

प्रणमुं पार्श्व चिंतामणी रे लोल…

(राग : एक दिन पुंडरीक गणधरुं रे.../जननीनी जोड सखी...) प्रणमुं पार्श्व चिंतामणी रे लोल, वांछित पूरण सुरमणि रे लोल; दीठुं…

प्यारो प्यारो रे हो वाला मारा…

(राग : प्यारो प्यारो रे हो.../मेली चादर अोढके...) प्यारो प्यारो रे, हो वाला मारा पासजिणंद मने प्यारो; तारो तारो रे,…

पासजी! तोरा पाय पलक में…

(राग : मारवाडी...) पासजी! तोरा पाय पलक में, छोड्या रे नवि जाय, पलक में (2) साहिबा! तुमसे लगन लगी... हो…

पासकी पासकी पासकी रे…

(राग : वंदना वंदना वंदना रे...) पासकी पासकी पासकी रे, वारी जाउं चिंतामणि पासकी रे; नरक निगोद में महादु:ख पायो,…

पास शंखेश्वरा! सार कर सेवका…

(राग : तार मुज! तार मुज! तार त्रिभुवन धणी...) पास शंखेश्वरा! सार कर सेवका, देव! कां एवडी वार लागे; कोडी…

पास शंखेश्वर भेटीए रे लोल…

(राग : दु:खहरणी दिपालीका रे लाल.../जननीनी जोड सखी...) पास शंखेश्वर भेटीए रे लोल, मेटीए विघ्न विकार रे वाल्हेसर; अद्भुत कीर्ति…

पास प्रणमुं चिंतामणी रे…

(राग : पहेले भवे एक गामनो.../रे प्राणी! कर्म समो नहीं कोय...) पास प्रणमुं चिंतामणी रे, दिनमणि अधिक प्रताप; सुरमणि अधिक…