Post by: arihant in Shri Parshwanath Chaityavandan
तीर्थनाथ त्रेवीसमां, परगट पारसनाथ पाेषवदी दशमी जनम, दिक्ख तीनसाे साथ 1 अश्वसेन राजा घरे, वामादेवी माय तुला राशी नव कर…
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गोडीग्रामे स्थंभने चारुतीर्थे, जीरापल्यां पत्तने लोद्रवाख्ये, वाणारस्यां चापि विख्यातकीर्तिं, श्री पार्श्वेशं नौमि शंखेश्वरस्थम् ॥1॥ इष्टार्थानां स्पर्शने पारिजातं, वामादेव्या नन्दनं देववन्द्यम्,…
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सकल भविजन चमत्कारी, भारी महिमा जेहनो, निखिल आतम रमा राजीत, नाम जपीये तेहनो; दुष्ट कर्माष्ट गंजरी जे, भविक जन मन…
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ॐ नमः पार्श्वनाथाय, विश्वचिंतामणीयते; ह्रीँ धरणेन्द्र-वैरूट्या-पद्मादेवी-युताय ते... ।।1।। शांति-तुष्टि-महापुष्टि-धृति-कीर्ति-विधायिने; ॐ ह्रीँ द्विड्-व्याल-वैताल-सर्वाधि-व्याधि-नाशिने... ।।2।। जया-जिताख्या-विजयाख्याऽपराजितयान्वितः; दिशां पालै-र्ग्रहै-र्यक्षै-र्विद्यादेवीभिरन्वितः... ।।3।। ॐ असिअाउसाय नमस्तत्र…
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सेवो पार्श्व शंखेश्वरो मन शुद्धे, नमो नाथ निश्चे करी एक बुद्धे; देवी देवला अन्यने शुं नमो छो; अहो! भव्यलोको भूला…
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सकल भविजन चमत्कारी, भारी महीमा जेहनो, निखिल अातमरमा राजित, नाम जपीये तेहनो; दुष्ट कर्माष्टक गंजरी जे, भविक जन मन सुखकरो,…
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जय जय शिखर गिरीश इश, वीश जिनेश्वर नामी; अणसण करी इंहा कने, पंचमी गति पामी....(१) बीजा पण बहु मुनिवरा, शिवगतिना…
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प्रभु पासजी ताहरुं नाम मीठुं, तिहुं लोकमां एटलुं सार दीठुं; सदा समरतां सेवतां पाप नीठुं, मन माहरे ताहरुं ध्यान बेठुं...…
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जय चिंतामणि पार्श्वनाथ!, जय त्रिभुवन स्वामी; अष्टकर्मरिपु जितीने, पंचमी गति पामी... ।।1।। प्रभु नामे अानंद कंद, सुख संपत्ति लहीए; प्रभु…
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कर्म पास विदारवा, पास भजो धरी अाश; चरण कमल तस सेवता, मेलवशो शिव वास. 1 अहि लंछन प्रभु शोभता, अश्वसेन…