जिनराज नमो जिनराज नमो…

(राग : रघुपति राघव.../श्री चिंतामणी प्रभु पार्र्श्वजी.../अब सौंप दिया...) जिनराज नमो जिनराज नमो, अहोनिश प्रभु भावे चित्त रमो; दु:ख दोहग…

जिनजी त्रेवीशमो जिन पास…

(राग : पासजी वामाजीना नंद के सुणज्यो विनति रे लो...) जिनजी त्रेवीशमो जिन पास के, अाश मुज पूरवे रे लो,…

जय! जय! जय! जय! पास जिणंदा…

(राग : मालकौंसादि.../जय जय अारति.../दीवो रे दीवो प्रभु...) जय! जय! जय! जय! पास जिणंदा...! अंतरीक्षप्रभु! त्रिभुवनतारण, भविक कमल-उल्लास दिणंदा... जय0।।1।।…

जय जय श्रीगुणगणनिधान रे…

(राग : पहेले भवे एक गामनो रे.../दु:ख दोहग.../वीर मने तारो...) जय जय श्रीगुण-गणनिधान रे, श्री जगवल्लभ पास; मृगमद परे महके…

चित्त समरी शारद माय रे…

(राग : पंचम सुरलोकना वासी रे.../भवि तुमे अष्टमी तिथि...) चित्त समरी शारद माय रे, वली प्रणमुं निज गुरुपाय रे; गाउं…

कोयल टहुंक रही मधुवन में…

(राग : तुं प्रभु माहरो.../यशोमति मैया से पूछे.../टीलडी रे.../जय-4 पार्र्श्वजिणंदा...) कोयल टहुंक रही मधुवन में, पार्श्वशामलीया वसो मेरे मन मेंे;…

करतां नित्य भोलामणी…

(राग : देखी श्री पार्र्श्वतणी मूर्ति अलबेलडी...) करतां नित्य भोलामणी, प्रभु! इम के ता दिन जाशे हो, भीना जे अोलग…

एहिज उत्तम काम बीजुं…

(राग : मारी नावलडी मझदार.../सुणजो साजन संत...) एहिज उत्तम काम, बीजुं मने कांई न गमे; सुकृत कमाई फल पत पाई,…

अोलगडी अवधारो अाश धरी…

(राग : हे त्रिशलाना जाया...) अोलगडी अवधारो... अाश धरी हुं अाव्यो...! श्री शंखेश्वर अलवेसर तारी, अाश धरी हुं अाव्यो... सेवक…

अाज मनोरथ माहरो फलियो…

(राग : तुज शाशनरस अमृत मीठुं.../एक पंखी अावीने...) अाज मनोरथ माहरो फलियो, पास जिनेसर मलियो रे; दुरगतिनो भय दूरे टलियो,…