काशी नगरनां वासी…

काशी नगरनां वासी रे त्रेवीशमां जीनरायां माता वामादेवी ना जाया रे अश्वसेन कुळ कुळरायां प्रभु! श्याम वर्ण तारी काया रे…

अैसी कराे बक्षीस

प्रभु ! मेरे अैसी कर बकसीस, द्वार द्वारन पे में नहि भटकुं, नाउ कीसही न सीस..... प्रभु.१ शुद्ध आतमकला घट…

आहाेरेनगरे आंनदसु रे

आहाेरेनगरे आंनदसु रे, भेटया गाेडी पास सलुसा | पाप पडल सवि मेटीया रे, अनुभव प्रगटयाे उलास || स ||१ ||…

अब चलाे देखाे पार्श्वकुमार

(राग: जिन तेरे चरणकी सरन ग्रहुं) अब चलाे देखे पासकुमार, चुआ चुआ चंदन ओर अगरका, विविध जाति भरी थाळ. अब…

अचिन्त्य चिंतामणी प्रगट प्रभावी श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ प्रभुनी सामे उभा रहीने प्रतिदिन बाेलवा याेग्य प्रार्थनाष्टक

(राग: मंदिर छाे मुक्ति तणां) जेना स्मरणथी जीवनना संकट बधा दूर टळे, जेना स्मरणथी मनतणा वांछित सहु आवी मळे, जेना…

राग- मालकोष, शिवरंजनी

आनंद की घडी आई, सखीरी आज आनंद की घडी आई, करके कृपा प्रभु दरिशन दिनो, भवकी पीड मीटाई, मोह निद्रासे…

राग- तमे तो अमारा रे पारसनाथजी

अबोलडां शानां लीधां छे राज,जीव जीवन प्रभु माहरा. तमे अमारा अमे तमारा, वास निगोदमां रहेतां. अबोलडां. 1 काल अनंत स्नेही…

राग- मेरा जीवन कोरा कागझ

सकल समता सुरलतानो, तुंहि अनुपम कंद रे, तुंही कृपारस कनक कुंभो, तुंहि जिणंद मुणींद रे. प्रभु0 1 प्रभु तुंहि तुंहि…

पार्श्व प्रभु के दस भव का स्तवन…

(राग. साबरमती के संत तुने कर दिया कमाल... / श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम..) शंखेश्वर दरबारमां गावुं मधुरा राग,…

राग. अजवाला देखाडो, अंतर द्वारा उघाडो…

जिन तेरे चरण की शरण ग्रहुं... जिन तेरे0 हृदयकमल मे ध्यान धरत हुं, शिर तुज आण वहुं. जिन0 1 तुज…