मेरे साहिब पासजी हो…

(राग : मेरे साहिब तुम हि हो.../जनम जनम का साथ है...) मेरे साहिब पासजी हो, प्रभु वामानंदा; खीजमतगार गरीब हुं,…

मेरे साहिब तुमही हो…

(राग : मुज सरीखा मेवासीने.../जनम जनम का साथ है...) मेरे साहिब तुमही हो, प्रभु पास जिणंदा; खिजमतगार गरीब हूँ, मैं…

मुज सरीखा मेवासी ने..

(राग : सुहानी चांदनी रातें.../मेरे साहिब तुम ही हो.../ते दिन क्यारे...) मुज सरीखा मेवासीने, प्रभु जो तुं तारे; तारक तो…

मुख खोल जरा…

(राग : भैरवी.../गजल.../मारा व्हाला प्रभु! क्यारे मलशो तमे...) मुख खोल जरा, यह कह दे खरा, तुं अोर नहीं, मैं अोर…

माता वामादे बोलावे…

(राग : हालरडुं-हालो हालो हालो हालो मारा नंदने रे...) माता वामादे बोलावे, जमवा पार्श्वने रे, जमवा वेला थई छे, रमवाने…

भवजल पार उतार…

(राग : याद अावे मोरी मां...) भवजल पार उतार (2) श्री शंखेश्वर पार्श्व जिनेश्वर, मारो तुं एक अाधार...मारो तुं एक…

प्राण थकी प्यारो मने…

(राग : बंधन... बंधन झंखे मारुं.../भक्ति की है रात.../सावन का महिना...) प्राण थकी प्यारो मने, पुरिसादाणी पास रे; अाव्यो तुज…

प्रभु जगजीवन जगबंधु रे…

(राग : तारी मुद्राए मन मोह्युं रे.../सुणजो साजन संत...) प्रभु जगजीवन जगबंधु रे, सांई सयाणो रे...! तारी मुद्राए मन मोह्युं…

प्रबल प्रभावे परगडो रे…

(राग : सकल समता सुरलतानो.../रंगरसिया रंगरस बन्यो मनमोहजी...) प्रबल प्रभावे परगडो रे, पुरिसादाणी पास... भवियण! वंदो, कामगवी सुरमणी परे रे,…

प्रणमुं पार्श्व चिंतामणी रे लोल…

(राग : एक दिन पुंडरीक गणधरुं रे.../जननीनी जोड सखी...) प्रणमुं पार्श्व चिंतामणी रे लोल, वांछित पूरण सुरमणि रे लोल; दीठुं…