Shri Parshwanath Stuti

श्री पार्श्वनाथ जिन स्तुति

(राग - श्री शत्रुंजय तीरथसार) जगजन भजनमाहे जे भलीयो, जोगीसर ध्याने जे कलीयो, शिववधू संगे हलीयो, अखिल ब्रह्मांडे जे जलहलीयो,…

शंखेश्वर पासजी पूजीए…

शंखेश्वर पासजी पूजीए, नरभवनो लाहो लीजीए; मनवांछितपूरण सुरतरु, जय वामासुत! अलवेसरुं... ।।1।। दोय राता जिनवर अतिभला, दोय धोला जिनवर गुणनीला;…

पास जिणंदा वामानंदा…

पास जिणंदा वामानंदा, जब गरभे फली, सुपना देखे अर्थ विशेषे, कहे मघवा मली; जिनवर जाया सूर हुलराया, हुवा रमणी प्रिये,…

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