शंखेश्वर ना धणी…

(तर्ज: अादिनाथ ने वन्दन हमारा...) शंखेश्वर ना धणी, करीअे विनंती घणी, तारणहारा, टालाे टालाेने फेरा अमारा & नर्क निगाेदनां दुःखडां,…

वामानंदन वंदन चालाे…

(राग: माता त्रिशला झुलावे पुत्र...) वामानंदन वंदन चालाे, भवियण भावसुं, तुम चालाे चालाे मगसी पारसनाथ; अेहनी यात्रा करतां संकट सघळां…

वामानंदन पासजी छाे…

(राग: जनम जनम का...) वामानंदन पासजी छाे, नाथ अमारा, हाे नाथ & त्रण जगतना तारणहारा, वंदन शत शत वारा वामानंदन0…

वामादेवी का लाल…

(तर्ज: जनम जनम का साथ है हमारा तुम्हारा...) वामादेवी का लाल है हमारा तुम्हारा, हमारा तुम्हारा भक्तजनाें का तारण हारा,…

लगनी लागी पारसनाथ…

(राग: तेरी शहनाई बाेले...) लगनी लागी पारसनाथ, अमने करजाे सनाथ चिंतामणी अाे पारसनाथ... मारा पूरा करजाे काेड, मारी साथे पारस…

मौरी बैयां पकर

माेरी बैयां ताे पकर शंखेश श्याम, करुणारसभरे ताेरे नैन श्याम... माेरी. ...१ तुम ताे तार फणिंद जग साथे, हमकुं विसर…

मने अापजाे बळ अेवुं नाथ…

(राग: अखंड सौभाग्यवती...) मन अापजाे बळ अेवुं नाथ, भव भव तारी सेवा करुं तुं छे देव जगतमां अेक खराे, मारा…

मनमाेहन प्रभु पासजी…

मनमाेहन प्रभु पासजी, सुणाे जगत अाधार जी; शरणे अाव्याे रे प्रभु ताहरे मुज दुरित निवार जी. मन01 विषय-कषायना पासमां, भम्याे…

प्रभु वामानंदकुमार

प्रभु वामानंदकुमार नयने दीठा रे, आ अमृतथी महाराज अतीशे मीठा रे; पूरण पुण्य पसाय प्रभुजी भेट्‌या रे, आ मिथ्या मतना…

प्रगटप्रभावी पुरुषादानीय श्री पार्श्वनाथ जिनस्तुति अष्टक

(राग: मंदिर छाे मुक्तितणी...हरिगीत छंद) सम्मेतशिखरे स्तम्भतीर्थे शिरपुरे भिलडीपुरे नागेश्वरे कलिकुंडमां वीजापुरे पाटणपुरे शंखेश्वरे जे शाेभतां आवी वस्या मारा उरे…