Post by: arihant in Shri Parshwanath Bhaktigeet
नाम है तेरा तारणहारा, कब तेरा दर्शन होगा, जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा0 तुमने तारे लाखों प्राणी,…
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मेरा जीवन तेरे हवाले, प्रभु इसे पल पल तुंही संभाले. (2) भवसागर में जीवन नैया डोल रही है ओ रखवैया…
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तारा शरणे आव्यो छुं स्वीकारी ले, पछी लई जा प्रभु तारा धाममां,तारा शरणे0 तारा दर्शन विण मुजने, चेन ना आवे,…
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अवतार मानवीनो, फरीने नहीं मले, अवसर तरी जवानो फरीने नहीं मले0 ...1 सुरलोक मांये ना मले, भगवान कोईने, अहीं आ…
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केवा केवा दुःखडा, स्वामी में सह्यां नारकीमां, एक रे जाणे छे, मारो आत्मा परमात्मा0 हो.. जी रे एक रे जाणे…
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नाथ तारा विना मारा नयनो भीना; तारा दर्शन विना... मारुं मन लागेना. नाथ तारा. तुजने निरख्या विना, नेन अश्रु भीना,…
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(महो. यशो वि. कृत अध्यात्म पद) आज आनंद भयो, प्रभु को दर्श लह्यो, रोम रोम शीतल भयो... प्रभु चित्त आये…
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देखी श्री पार्श्वतणी मुरती अलबेलडी, उज्वल भयो अवतार रे, मोक्षगामी भवथी उगारजो ! शिवगामी भवथी उगारजो. 1 मस्तके मुकुट सोहे…
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आ पारस मारा पोताना, मारा पोताना नही बीजाना... आ पारस. 1 तमे वामादेवीना नंद भले, तमे अश्वसेन कुलचंद भले, पण...…
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झीलमीलता तारलानुं देरासर होशे, एमां मारा प्रभुजीनी आंगी रचाशे... अमे अमारा प्रभुजीनी सोनाथी सजावीशुं; सोनुं ना मले तो अमे रूपाथी…