Shri Jirawala Parshwanath Jain Tirth
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10 Bhav

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  • 001

    परिचय

    Post by: arihant in 10 Bhav
    अनन्तज्ञानी शास्त्रकार भगवन्तों ने बतलाया है कि, तीर्थंकर की आत्माएँ भी अनादिकाल से अव्यवहारराशि वनस्पति (निगोद) में रहने के बाद…
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    05 Nov 2016
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  • 002

    पार्श्वप्रभु का प्रथम भव मरुभूति और कमठ

    Post by: arihant in 10 Bhav
    भरतक्षेत्र में पोतनपुर नामक नगर था। वहाँ राजा अरविन्द राज्य करता था। विश्वभूति नामका उसका पुरोहित था, तथा पुरोहित की…
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    04 Nov 2016
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  • 003

    दूसरा भव हाथी और कुर्कट सर्प

    Post by: arihant in 10 Bhav
    मरुभूति मृत्यु प्राप्त कर जंगल में हाथी बना। कमठ का यह अत्याचार देखकर सभी तापस उसकी निन्दा करने लगे। अतः…
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    03 Nov 2016
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  • 003a

    तीसरा भव देव और नारक

    Post by: arihant in 10 Bhav
    मरुभूति का जीव हाथी मरकर आठवें देवलोक में देव हुआ और कमठ का जीव मरकर पाँचवीं नरक में गया। एक…
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    02 Nov 2016
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  • 005

    चौथा भव किरणवेग और कालदारुण सर्प

    Post by: arihant in 10 Bhav
    देवलोक का आयुष्य पूर्ण होने पर मरुभूति का जीव महाविदेह क्षेत्र के सुकच्छ विजय में स्थित वैताढ्य पर्वत की तिलकपुरी…
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    01 Nov 2016
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  • 003a

    पाँचवां भव देव और नारक

    Post by: arihant in 10 Bhav
    मरुभूति का जीव किरणवेग मुनि शुभध्यान में मृत्यु प्राप्त कर बारहवें देवलोक में देव बना और सर्प मरकर नरक में…
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    01 Nov 2016
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  • 007

    छट्ठा भव वज्रनाभ राजा और कुरंगक भील

    Post by: arihant in 10 Bhav
    बारहवें देवलोक का आयुष्य पूर्ण होने के बाद मरुभूति का जीव पश्चिम महाविदेह की सुगंधि विजय में स्थित शुभंकरा नगरी…
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    01 Nov 2016
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  • 003a

    सातवाँ भव ग्रैवेयक देव और सातवीं पृथ्वी में नारक

    Post by: arihant in 10 Bhav
    मरुभूति का जीव वज्रनाभ राजर्षि कालधर्म प्राप्त कर मध्य ग्रैवेयक देवलोक में देव हुए और भील मरकर सातवीं नरक में…
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    01 Nov 2016
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  • 008

    आठवाँ भव सुवर्णबाहु चक्रवर्ती और सिंह

    Post by: arihant in 10 Bhav
    ग्रैवेयक देवलोक में आयुष्य पूर्ण होने पर मरुभूति का जीव पूर्व महाविदेह में सुरपुर गाँव में वज्रबाहु राजा की पत्नी…
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    01 Nov 2016
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  • 009

    सुवर्णबाहु की दीक्षा

    Post by: arihant in 10 Bhav
    एकबार सुरपुर नगर के बाहर जगन्नाथ तीर्थंकर परमात्मा पधारे थे। वहाँ सुवर्णबाहु समवसरण में देशना सुनने गए। परमात्मा की वाणी…
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    01 Nov 2016
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