स्थानांतरितश्री जीरावला दादा

इन जीर्णोद्धारों एवं पुनःप्रतिष्ठाअों की श्रृंखलाअों दरम्यान किसी पल प्रभावशाली प्राचीन श्री जीरावला पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा को मूल स्थान से चलित कर गर्भगृह के मंडोवर के बाहरी भाग के स्थान पर अलग देवकुलिका में बिराजित कर दिया गया। स्थान परिवर्तन हुअा परन्तु माहात्म्य परिवर्तन न हुअा अौर न कदापि होगा। प्राचीन भगवान का प्रभाव वैसा ही रहा अौर रहेगा।
वि.सं.2020 में संघ द्वारा व्यापक जीर्णोद्धार संपन्न हुअा। कई नर्इं प्रतिमाएँ भी प्रतिष्ठित की गयी। मेवाडकेशरी प.पू. तपागच्छाचार्य श्रीमद् विजय हिमाचलसूरीर्श्वरजी महाराजा एवं प.पू. मुनिराज श्री तिलोकविजयजी म.सा. की पावन निश्रा में प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया। मूल स्थान पर श्री पुरुषादानीय नूतन जीरावला पार्र्श्वनाथ भगवान को प्रतिष्ठित किया गया।

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