कृपा करो कृपा करो रे…

कृपा करो कृपा करो कृपा करो रे, पार्श्वनाथ दादा मोपे, कृपा करो रे;
तारी कृपाए मारा काज सरो रे… पार्श्वनाथ दादा..1
शंखेश्वर तीर्थना सांई सोहामणा, देवाधिदेव करो दिलमां पधरामणा;
अंतर पधारी मारुं श्रेय करो रे… पार्श्वनाथ दादा..2
भवनी गलीनो हुँ तो भूंडो भिखारी, रुडा हे नाथ ! तारी करुं आज यारी,
शिवपुरना वासी मने याद करो रे.. पार्श्वनाथ दादा..3
तारे ने मारे नाथ अंतर झाझेरुं, आवो अंतर तो मारा पापो विखेरुं,
पापो विखेरी दिल आवी मलो रे… पार्श्वनाथ दादा..4
तारो विरह मारा दिलडाने डंखतो, तेथी तमारुं दर्श दिलथी हुं झंखतो,
मोंघेरी झंखना पूर्ण करो रे… पार्श्वनाथ दादा..5
मंथन स्वरूप तारी यात्राना भावथी, टलसे वियोग तारो तारा सद्भावथी,
मलवा एकांते मन आवी मलो रे… पार्श्वनाथ दादा..6
प्रेमे सकल संघ साथ तने वदतो, गुणरत्नसूरि तारो भक्त आनंदतो,
सकल संघ तणी पीड हरो रे… पार्श्वनाथ दादा..7

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