मने व्हालुं लागे पारस नाम…
Post by: arihant in Shri Parshwanath Bhaktigeet
मने व्हालुं लागे पारस नाम, तन मन धन प्रभुना चरणोमां0 मने व्हालुं लागे…
प्रभुजीना गुणोनो पार नहीं आवे, ध्यान धरुं त्यां सन्मुख आवे,
दीनजनोना नाथ छो, सेवकना रखवाला छो, तमे मारा चित्तडाना चोर, तन0 मने0 1
प्रभुजी अमारा हृदयामां रहेजो, आप आवीने मारो हाथ पकडजो,
तमारो आधार छे, एक ज तारणहार छे, भक्तोनी लेजो रे संभाल, तन0 मने0 2
भवसागरथी व्हाला अपने उगारजो, डुबती बेली ने व्हाला पार उतारजो,
तमे छो भक्तोना बेली, एवी अमने हैया हेली, सेवकनी लेजो रे संभाल, तन0 मने0 3
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