नाम है तेरा तारणहारा
Post by: arihant in Shri Parshwanath Bhaktigeet
नाम है तेरा तारणहारा, कब तेरा दर्शन होगा,
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा0
तुमने तारे लाखों प्राणी, ये संतो की वाणी है,
तेरी छबी पर मेरे भगवन, ये दुनिया दीवानी है,
भाव से तेरी पूजा रचाऊं, जीवन में मंगल होगा. नाम है0 1
सुरवर मुनिवर जिनके चरणे निशदिन शीश झुकाते हैं,
जो गाते है प्रभु की महिमा, वो सब कुछ पा जाते हैं,
अपने कष्ट मिटाने को, तेरे चरणों में वंदन होगा. नाम है0 2
मन की मुरादे लेकर स्वामी, तेरी शरण में आये हैं
श्री सिद्धचक्र मंडल के बालक, तेरे ही गुण गाते हैं,
भवसे पार उतरने को, तेरे गीतों का सरगम होगा. नाम है0 3
Tags: Jain Bhaktigeet
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