तारी ज्योति ने में जोई…

तारी ज्योति ने में जोई ज्यारे ज्यारे,
मारे कोठे कोठे दीवा प्रगट्यां त्यारे,
प्रभु तारा वदननी बलिहारी बलिहारी…. तारी ज्योति. 1
तारी धाराने में झीली ज्यारे ज्यारे,
मारे रोमे रोमे फूल खील्या त्यारे,
प्रभु तारा वचननी, बलिहारी बलिहारी तारी ज्योति. 2
तारी कांति जोतां जोतां, मारी आंखो कदीना भराये,
तारुं अमृत पीतां पीतां मारुं मनडुं कदीना धराये,
एवो अलबेलो देदार, जाणे जोऊंवारंवार,
एवी तारा दर्शननी, बलिहारी बलिहारी तारी ज्योति. 3
मने सपनामां पण स्वामी, तारो थाये सदाये समागम,
एनी मस्ती एवी मजानी, बीजी कांई रहे ना गतागम,
ज्यारे पामुं तारो प्यार, त्यारे भूलुं आ संसार,
एवी तारा मिलननी, बलिहारी बलिहारी तारी ज्योति. 4
मारा सूनां सूनां जीवनमां, तारी याद भरे छे खुशाली,
मारा अंधारा जीवनमां, तारी दीप्ति करे छे दीवाली,
लेतां एकज तारुं नाम, हैयुं पामे छे विसराम,
एवी तारा स्मरणनी, बलिहारी बलिहारी तारी ज्योति. 5

Leave a comment