यह है पावनभूमि…

यह है पावन भूमि, यहाँ बार बार आना,
पार्श्वनाथ के चरणों में, आकर के झूक जाना…यह है पावन0 1
तेरे मस्तके मुकुट हैं, तेरे कानों में कुंडल है;
तूं तो करुणा सागर है, मुझ पर करुणा करना…यह है पावन0 2
तेरा तीरथ सुंदर है, हमें प्राणों से प्यारा है;
मेरी विनति सून लेना, बेडा पार लगा देना…यह है पावन0 3
तूं जीवनस्वामी है, तूं अंतर्यामी है;
मेरी नैया डूब रही, नैया को तिरा लेना…यह है पावन0 4
तेरी साँवली सूरत है, मेरे मन को लुभाती है,
प्रभु मेरी भक्ति को, स्वीकार तूं कर लेना…यह है पावन0 5

Leave a comment