अाश पूरे प्रभु पासजी…
Post by: arihant in Shri Parshwanath Chaityavandan
अाश पूरे प्रभु पासजी, त्रोडे भवपास;
वामा माता जनमिया, अहि लंछन जास… ।।1।।
अश्वसेन सुत सुखकरुं, नव हाथनी काय;
काशी देश वाणारसी, पुण्ये प्रभु अाय… ।।2।।
एकसो वरसनुं अाउखुं ए, पाली पार्श्वकुमार;
’पद्म’ कहे मुगते गया, नमतां सुख निरधार… ।।3।।
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